Top positive review
5.0 out of 5 starsपर नशा है आईएएस की तैयारी
Reviewed in India on 26 October 2018
'डार्क हॉर्स- एक अनकही दास्तां' एक बेहतरीन उपन्यास है। इसके बारे में कुछ कहना इसके बारे में कुछ न कहने के बराबर है। झारखण्ड, बिहार, यूपी में आर्ट्स पढ़ने वालों का एक ही लक्ष्य होता है, 'आईएएस'। मेरे भी मोहल्ले में कइ लोगो ने ये ख्वाब पाल रखा है और यँहा से कई छात्र मुखर्जीनगर में हैं भी।
डार्क होर्स एक सजीव किताब है। उपन्यास कई किरदारों को साथ लिए चलती है, कई किरदार पर सबका लक्ष्य एक। 'जावेद, संतोष, रायसाहब, मनोहर, गुरु, विगेन्द्रु और भी सब। कई लोगो का एक सपने के लिए लड़ना, किसी का जीतना, किसी का हारना, किसी का भाग जाना पर अंत में हर किसी को अपना 'डार्क हॉर्स' पा जाना।
बहुत ही बेहतरीन किताब
डार्क हॉर्स का क्या मतलब है वो तो किताब में मिल जायेगा पर मेरी सबसे फ़ेवरेट लाइन ये रही-
"पर नशा है आईएएस की तैयारी।"
10/10